Thursday, March 29, 2012

वेदव्यास जी का ईरान भ्रमण ">

"<<<<<<< वेदव्यास जी का ईरान भ्रमण ">>>>>>>>>>
अठ्ठारह पुराणों के रचियता महर्षि वेदव्यास जी  इरान में वहां के विद्वानों को शास्त्रार्थ में हराकर आये थे !
उस समय वहां पर गश्ताशप नाम का राजा राज्य करता था  . व्यास जी ने इरानी प्रतिवादी को शास्त्रार्थ में पराजित किया था जिस पर उनको वहाँ पर बहुत सम्मान प्राप्त हुआ एवं प्रतिष्ठा प्राप्त हुई ! इस विषय में पारसियों के धर्मग्रन्थ  ' शातीर '  में उल्लिखित है  :- 
              

                               "अकनु बिरमने व्यास्नाम अज हिंद आयद  !                                दाना कि  अल्क    चुना  नेरस्त  !!

अर्थात  :- "व्यास नाम का एक ब्राह्मन हिन्दुस्तान से आया . वह बड़ा ही  चतुर  था और उसके सामान अन्य कोई बुद्धिमान नहीं हो सकता  ! "
(सत्य ..शर्मा )

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