Wednesday, March 28, 2012

अद्भुत योगी

"पोटेशियम साइनाइड ( KCN ) खाकर भी जीवित रहने वाले भारतीय योगी "
पोटेशियम साइनाइड अत्यंत तीक्षण महाविष  है जो एक पल से भी कम समय में किसी भी प्राणी की जीवन लीला को समाप्त कर सकता है.विज्ञान द्वारा स्थापित इस सत्य को भारत के एक योगी ने असत्य प्रमाणित कर दिया !
      १६ जनवरी  सन १९३२ में विश्व के महानतम वैज्ञानिकों  सर सी० वि० रमण की अध्यक्षता में कलकत्ता विश्वविद्यालय में इस विलक्षण और अविश्वसनीय  प्रदर्शन का आयोजन हुआ !
      कलकाता विश्वविद्यालय के विज्ञान विभाग के रीडर डा० नियोगी ;इसी विश्वविद्यालय के फेकल्टी ऑफ़ साइंसके डीन डॉ० भट्टाचार्य ;रसायन शास्त्र विभाग के हेड ऑफ़ द डिपार्टमेंट डॉ० सरकार आयोजन कमेटी में थे !
     इसकी सूक्षम जांच समिति में पञ्च सदस्य थे :- १ ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय इंग्लेंड के विज्ञान विभाग के अध्यक्ष ;२ पेरिस विश्वविद्यालय फ़्रांस साइंस फेकल्टी के डीन ; ३ न्यूयार्क विश्वविद्यालय अमेरिका के विज्ञानं रीडर ;४ मद्रास विश्ववद्यालय के एक प्रोफ़ेसर  तथा ०५ डॉ०नियोगि कलकत्ता विश्वविद्यालय  !
सम्पूर्ण दस्तावेजी प्रिक्रिया पूरी करने तथा योगी  नरसिंह स्वामी का पूर्ण परीक्षण के बाद पाहिले योगी के हाथ पर तेज तेजाब रखा गया उओगी उसे शहद की भांती चाट गए .पश्चात संखिया .कुचला आदि विष भी जब उन्होंने खा लिए .
अंतत सर्वसम्मती से योगी नरसिंह स्वामी को संसार का तीक्षणतम विष पोटेशियम साइनाइड ( KCN ) दिया
जय माँकाली का उद्घोष कर योगी ने उस तीक्षण विष को निष्क्रिय पदर्थ की भांति खा लिया और कड़े मुस्कुराते रहे .सम्पूर्ण सभागार में सुचिभेद सन्नाटा छा गया ,कुछ मिनटों के बाद तालियों की गडगडाहट ने उस सन्नाटे को भंग किया .सभी उनके चरण स्पर्श करने को होड़ लगाने लगे  और चरण स्पर्श कर अपनी श्रधा व्यक्त करने लगे !
(सत्य..शर्मा )

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