Tuesday, April 10, 2012

सबक जिन्दगी का

 >>>>>>>>"सबक जिन्दगी का "<<<<<<<<<<
"मैंने कल एक झलक जिन्दगी को देखा , वो मेरी राह में गुनगुना रही थी !
मैं ढूंढ़ रहा था उसे इधर उधर , वो आंख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी !
एक अरसे के बाद आया मुझे करार , वो थपकी देकर मुझे सुला रही थी !!
हम दोनों क्यूँ खफा हैं एक दुसरे से, मै उसे और वो मुझे बता रही थी !
 मैंने पूछा ? मुझे ये दर्द क्यों दिया , उसने कहा मैं जिन्दगी हूँ  तुझे जीना सिखा रही थी " !!
(Dolly )

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